उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के बहुचर्चित कथित संजीव गुप्ता अपहरण काण्ड जांच के बाद झूठा पाया गया । इस मामले में पुलिस ने संजीव गुप्ता, उसकी पत्नी सारिका गुप्ता समेत चार लोगों को संगीन धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने आज यहां बताया कि उद्यमी संजीव ने कर्जदारों से बचने और विरोधियों को फंसाने के लिये अपहरण का नाटक किया था । जांच के बाद अपहरण और फिरौती का नाटक पूरी तरह से फर्जी पाया गया है। उन्होंने बताया कि संजीव गुप्ता की योजना विदेश भागने की थी और इस लिए यह अपहरण का ड्रामा किया। श्री कुमार ने बताया कि इसके साथ ही रत्ना सागर रेस्टोरेंट और एडीफाई स्कूल के सीसीटीवी फुटेज एवं गार्डों से भी पूछताछ में संजीव गुप्ता के गाड़ी में अकेले होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा अलीगढ़ के गभाना टोल पर प्रत्यक्षदर्शी गवाह द्वारा भी संजीव गुप्ता गाड़ी में अकेले होेने की पुष्टि की थी। अलीगढ़ के गभाना में संजीव गुप्ता ने खुद गाड़ी को लाक किया और दिल्ली के लिये बस से रवाना हो गया था।
उन्होंने बताया कि संजीव गुप्ता ने स्वयं स्वीकार किया है कि दिल्ली से वह बस द्वारा चण्डीगढ़, मौहाली होते हुये जम्मू चला गया जहां उसने एक माल में दो फिल्मों देखी। उसके भी सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध हो चुके है।`
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» 100 करोड़ की फिरौती के लिये अपहरण का मामला झूठा निकला
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