ख़ुशी है | इण्डिया क्रिकेट हार गयी |
सन्तोष कुमार "प्यासा": [सम्पादकीय] :- जब जब भी हिन्दुस्तान और पकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच होता है तो दर्शक अपना काम धाम छोड़कर कर उल्लू की तरह टीवी के सामने बैठ जातें है | अगर हिन्दुस्तान जीत जाता है तो लड्डू बांटते है, पटाखे फोड़ते हैं | और जब इसके विपरीत हिन्दुस्तान की हार होती है तब गालियां देते हैं | मै ये बात दावे से कह सकता हूँ की जो लोग "कोच" बनकर "दिस" एंड "दैट" की सिख देते हैं , और खिलाडियों की गलतियां गिनाते है , इनमे से ८० फीसदी लोग अपने मोहल्ले में गिल्ली डण्डा के खेल में कभी नहीं जीते होंगे"|
आज हिन्दुस्तान की क्रकेट हार ने काटजू सर की बात को सत्य सिद्ध कर दिया | काटजू सर ने कहा था की हिन्दुस्तान की ९० फीसदी आबादी मूर्ख है | वाकई हिन्दुस्तान की ९० फीसदी आबादी मूर्ख है | इनके पास विवेक नाम की कोई चीज नहीं है, ज्ञान तो इनको छूकर भी नहीं निकला |
जिस खेल की विश्व स्तर में कोई औकात नहीं उस खेल के लिए ९० फीसदी बेवकूफ दर्शक खाना पीना त्याग कर उल्लू की तरह टीवी के सामने बैठ जाते है और कौवे की तरह काँव काँव करते है | लेकिन जिस खेल की विश्व स्तर पर अहमियत है व भारत का राष्ट्रीय खेल है उसके प्रति दीवानगी व जूनून नहीं दिखाते|
आज भारत क्रिकेट की हार व हॉकी की जीत ने यह सिद्ध कर दिया की देश की ९० फीसदी जनता वाकई मुर्ख है, इनके ऊपर बाजारवाद का भूत हावी है |
भीड़ और मीडिया की चमक धमक इन बेवकूफों को आसानी ने वशीभूत कर लेती है | और फिर एक के पीछे दूसरी भेंड़, दूसरे के पीछे तीसरी भेंड़ धीरे धीरे भेंड़ो का झुण्ड इकठ्ठा हो जाता है |
बड़ा हास्यपद लगा ये देखकर की सोशल मीडिया में मूर्खों का सैलाब उमड़ पड़ा और, त्राहि माम्, त्राहि माम् करते हुए मगरमच्छ के आंसू गिराते हुए भारतीय क्रिकेट टीम की हार का शोक मनाने लगे, इतना ही नहीं खिलाडियों की गलती गिनाने व खिलाडियों को गलियां देने से भी नहीं चूके | अरे मूर्खों कभी कंचे का खेल भी जीत पाए हो ? अरे विवेकहीनो गिल्ली डण्डा भी खेलना आता है ?
ख़ुशी और गर्व है की भारतीय होकी टीम ने पाकिस्तान को ७-१ से मात दी |
जानकारी के लिए बता दूं की भारतीय हॉकी टीम ने बांह पर काली पट्टी बांध कर हमलों में शहीद हुए सैनिकों की याद में हॉकी खेली |
हाकी इंडिया के महासचिव मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा , भारतीय हाकी खिलाड़ियों ने हमेशा सेना के प्रति सम्मान जताया है । उन्हें देश के सैनिकों पर गर्व है और वे उनके बलिदान तथा समर्पण से प्रेरित रहते हैं । कप्तान मनप्रीत सिहं ने कहा , हम आज यह मैच हर हालत में जीतना चाहते थे , सिर्फ अपने देश को यह दिखाने के लिये नहीं बल्कि पूरी दुनिया को यह खेल के जरिये यह दिखाना चाहते थे कि हम जिस पर विश्वास करते हैं, उसके लिये संघर्ष करते हैं ।
ह्रदय से भारतीय होकी टीम को बधाई | और हर उस भारतीय को बधाई जिसके दिल में राष्ट्रीय खेल के प्रति सम्मान, दीवानगी व जूनून है |
0 comments:
Post a Comment