उरई। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उरई के छात्रों ने आज जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर संस्थान के प्रधानाचार्य एमके सिंह द्वारा छात्रों के उत्पीड़न और हजारों रुपए प्रति छात्र लूट का आरोप लगाया।
आईटीआई छात्रों ने आज जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर संस्थान के प्रधानाचार्य की कारगुजारियों को उजागर किया। आईटीआई छात्र सौरभ सेंगर, जितेंद्र सिंह, सौरभ यादव, जितेंद्र परिहार, लोकेेंद्र राजपूत, पारस दीक्षित, प्रदीप सिंह, गौरव, राहुल सिंह, अनिल प्रताप, जितेंद्र सिंह, दीपक, प्रहलाद, देवेंद्र, मृत्युंजय आदि जिलाधिकारी को ज्ञापन में कहा कि प्रधानाचार्य एमके सिंह नई-नई मदें बनाकर प्रति छात्र हजारों रुपए ले रहे हैं। छात्रों ने यह भी बताया कि पूर्व में रहे जिलाधिकारी से उन्होंने लिखित शिकायतें भी की लेकिन कोई जांच नहीं कराई गई जिस पर प्रधानाचार्य ने इस शिकायत की हिमाकत के लिए छह-छह हजार रुपए की वसूली अलग से कर ली। जिन छात्रों ने यह रकम दी वह उत्तीर्ण हो गए जिन्होंने नहीं दी उन्हें अनुत्तीर्ण कर दिया गया। छात्रों का यह भी कहना है कि एडमीशन के प्रति सेमेस्टर शुल्क सामान्य से पंद्रह सौ रुपए और अनुसूचित जाति से बारह सौ रुपए लिया जा रहा है और रसीद भी नहीं दी जा रही है। प्रति सेमेस्टर फीस सवा तीन सौ रुपए है और ढाई हजार रुपए वसूली जा रही है। यात्री बस पास की नई बनाकर प्रति छात्र एक सौ बीस रुपए माह लिया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि समस्त छात्रों से सौ रुपए वसूली पौधरोपण के लिए की गई और सुबह पौधे लगवाए और शाम को उक्त जमीन पर ट्रैक्टर से जुतवाकर अरहर बो दी गई। छात्रों ने कहा कि आईटीआई परिसर में हम छात्र आपातकाल जैसी स्थिति भोगने को विवश हैं और अपने इस उत्पीड़न की शिकायती कथा में अपना नाम खोलना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक छात्र से जिम्मेदार जांच अधिकारी पूछे तो सभी प्रधानाचार्य द्वारा की जा रही लूट व अत्याचार पर बयान देने को तैयार हैं।

0 comments:

Post a Comment

 
न्यूज मिरर © 2017. All Rights Reserved. Powered by santosh PYASA
Top