[सन्तोष प्यसा की इक्स्क्लुसिव रिपोर्ट] 
बुन्देल्खन्ड़ : मौदहा (हमीरपुर) कस्बे के गुडाही मंडी के पास एक घर से बदबू आने पर  स्थानीय लोगो ने पुलिस को सूचना दी| जब पुलिस ने मकान के अंदर जाकर देखा तो उन्हे मकान मे पांच लाशें मिलीं| इस बात की जानकारी मिलने से पूरे क्षेत्र मे सन्सनी फैल गयी| आनन फानन मे कोतवली पुलिस ने इस घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी| जानकारी मिलने पर पुलिस अधिक्षक व डी आई जी समेत अन्य अधिकारियों ने आकर घटना स्थल का मुआयना किया | पुलिस अधिक्षक ने पत्रकारों को जानकारी दी की इस  घटना को लगभग दो दिन हो चुके हैं | एस पी ने आगे बताया की पांचो के शरीर मे किसी प्रकार की कोई चोट समझ मे नही आ रही है | लाश के पास खाना व बर्तन बिखरे मिले जिससे की अन्दाजा लगाया जा रहा है की इन सबकी मौत जहर की वजह से हुई है | जांच के लिये आयी फोरेन्सिक टीम को भी कोई विशेष सुराग हाथ नही लगे |
पुलिस ने पत्रकारों को बताया की मृतक कृष्णपाल  उर्फ फत्ती पासुन गाँव का मूल निवासी है | मृतकों मे अन्य की पहचान कुसुम (पत्नि), रानी (बेटी), रामललि(पौत्री) व एक लगभग 6 माह की बच्ची के रूप मे हुई है |
*संतोष प्यास व सहयोगी आनंद स्वरूप की इक्स्क्लुसिव छानबीन रिपोर्ट:
व्यक्तिगत रूप से जब इस घटना की छानबीन की गयी तो यह बात सामने आयी की मृतक कृष्ण पाल के बारे मे पुलिस को आधी अधूरी जानकारी है | तहकीकात मे हमने पाया की मृतक पासुन गाँव का नही बल्कि रैपुरा गाँव का मूल निवासी है | मृतक कि पिता क नाम ढक्कन उर्फ रघुराज सिंह है| रघुराज सिंह का विवाह पासुन गाँव मे हुआ था|  रघुराज सिंह को विवाह के बाद पासुन गाँव मे 125 बीघा जमीन रघुराज के ससुराल वालो ने दी थी| ससुराल मे जमीन पाने के बाद रघुराज सिंह ने रैपुरा गाँव छोडकर अपना निवास पासुन गाँव बना लिया और रैपुरा गाँव की 15 बीघे जमीन अपनी बहन रन्नो को दे दिया| कुछ समय बाद रन्नो ने रैपुरा की जमीन बेंचकर चली गई| रघुराज सिंह के तीन बेटे थे| मृतक कृष्ण पाल सिंह जिसकी शादी झिरका गाँव मे हुई थी, विजय सिंह जिसकी शादी बैजेमउ गाँव मे हुई, विजय सिंह के दो लडके हैं व तीसरा बेटा कुंवर बहादुर जिसकी शादी अलोना गाँव जिला बान्दा मे हुई,  कुंवर बहादुर के तीन लडकियाँ हैं| प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक कृष्ण पाल सिंह की भाइयों के साथ अन्बन होने की वजह से मृतक कृष्ण पाल सिंह पासुन गाँव छोड़कर मौदहा मे आकर रहने लगा| मृतक कृष्ण पाल सिंह ने अपनी बेटी की शादी ऊरई मे की थी, किन्ही कारणो से मृतक कृष्ण पाल सिंह व इनके दामाद की आपस मे पटती नही थी, इतना ही नही मृतका रानी व पति के संबंध भी ज्यादा अच्छे नही थे|  मतलब ये की मृतक कृष्ण पाल सिंह व्यवहार कुशल नहीं थे| बहुत पता करने पर भी मृतक कृष्ण पाल सिंह का कोई हितैशी नही मिला|
जिसका यह प्रमाण है कि अभी तक कोई भी इन पांचो मृतको के अंतिम संस्कार के लिये लाश लेने और न ही इनकी तरफ़ से किसी ने कोइ आपत्ति या सहानुभूति जाहिर की|
आज(13-05-2017)  दोपहर को जब मौदहा कोतवाल से इसी घटना के संदर्भ मे फोन पर बात हुइ तो कोतवाल ने बताया की उरई पुलिस ने मृतक कृष्ण पाल सिंह के दामाद को पूँछताँछ के लिये बुलाया है,   जब कोतवाल साहब के बात की पुश्टी के लिये उरई पुलिस से फोन द्वारा बात की गयी तो उन्होंने बताया की ऐसी कोई बात नही है, उरई पुलिस ने किसी को भी पूँछ ताँछ के लिये तलब नही किया| इसके यह सिद्ध होता है की पुलिस कोई न कोई बात अवश्य छुपा रही है| इसके अलावा स्थानीय निवासि जो की पुलिस से पहले मकान के अंदर गये थे उन्होंने बताया की लाशों पर चोट के निशान थे, व लडकी के कपडे भी अस्त व्यस्त थे| इतना ही नही स्थानीय निवसियो मे ये भी चर्चा फैली है की बलात्कार के बाद हत्या की गयी है|
अभी तक पुलिस के हाँथ कोई ठोस सबूत नही लगे| इतने बडे प्रकरण मे पुलिस द्वारा कछुवा चाल की जांच से पुलिस के उपर भी शन्देह की स्थिति पैदा होती है|
अगर पुलिस वाकई जल्दी से जल्दी इस केस से पर्दा उठाकर दोशियों के विरुद्ध कार्यवाही करना चाहती है तो उपरोक्त तठ्यों का प्रयोग करके निश्चित रूप से इस केस से पर्दा उठाने मे सफल हो सकतें हैं|
न्यूज मिरर की स्पेशल इक्स्क्लुसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट:
सहयोगी आनंद स्वरूप के साथ सन्तोष प्यासा की रिपोर्ट|
विशेष: उपरोक्ट रिपोर्ट का सर्वाधिकार न्यूज मिरर के पास|

1 comments:

  1. बहुत सही भैया सबसे तेज न्यूज़ मिरर

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