सुरेश पटेल ( सारंग )
न्युज मिरर्
जरनालीस्ट और गुजरात ब्युरो हेड
गुजरात:-
गुजरात दंगो के मामले में नया मोड़ आ गया है,जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे बाबू बजरंगी को लेकर बड़ा बयान !
गुजरात दंगों पर लेकर हुआ है बहुत बड़ा खुलासा जिसे देख शायद कांग्रेसियों और तथाकथित गुजरात दंगों पर रोटी सेकने वाले दलालों को सबसे ज्यादा दर्द होगा !
मीडिया सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के अनुसार गुजरात के नरोदा गाम दंगा मामले में नया मोड़ आ गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नरोदा मामले के मुख्य गवाह किशन ने शुक्रवार को स्पेशल एसआईटी कोर्ट में कहा कि उसने दंगो के दौरान बजरंग दल के पूर्व नेता बाबू बजरंगी और वीएचपी नेता जयदीप पटेल को भीड़ को उकसाते हुए नहीं देखा था।
इस मामले में बजरंगी आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. गोधरा कांड के बाद 2002 में गुजरात में हुए भीषण दंगों में नरोदा मामला प्रमुख था.
गुजरात दंगो की शुरुआत उस समय हुई थी जब 58 हिन्दुओं को ट्रेन में मुस्लिम भीड़ ने जला दिया था.आपको बता दें इस कांड में कांग्रेसी नेता भी शामिल थे.आजतक दलाल पत्रकार और विपक्षी दल मोदी को इन दंगो को लेकर कोसते रहते हैं क्योंकि इस घटना के बाद पुरे गुजरात में दंगे फैल गए थे जिसमे हिन्दू मुस्लिम दोनों तरफ से सैंकड़ो लोग मारे गए थे.लेकिन आज तक जी न्यूज़ को छोड़ किसी न्यूज़ चैनल ने देश को ये बताने की जरूरत नहीं समझी की ये दंगे मुसलमानों ने करवाए थे.
बचाव पक्ष के गवाह किशन किरस्ताल ने विशेष एसआइटी कोर्ट के समक्ष यह बड़ा बयान दिया है.
किशन ने कोर्ट से कहा कि 28 फरवरी 2002 की सुबह जब भीड़ ने पीडि़तों पर हमला किया था, तब वह दो बार नरोदा गाम बाजार गया था.
लेकिन उसने वहां स्थिति को नियंत्रण में पाया था.हालांकि दोपहर करीब डेढ़ बजे भीड़ को क्षेत्र में दंगा करते देखा लेकिन भीड़ में बजरंगी, जयदीप और क्षेत्र के भाजपा पार्षद वल्लभ पटेल नहीं थे.
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