सतना :मप्र:, 30 जून :भाषा: विशेष अदालत ने आज सतना नगर
निगम के निलम्बित आयुक्त सुरेन्द्र कुमार कथूरिया को 13 जुलाई
तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। कथूरिया को लोकायुक्त
पुलिस ने पिछले दिनों एक डाक्टर दम्पति से [8377]12 लाख और
[8377]10 लाख के सोने की रिश्वत लेने के आरोप में
गिरफ्तार किया था।
विशेष न्यायाधीश देवनारायण शुक्ला की
अदालत में आज कथूरिया को पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 13
जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दे दिया।
अभियोजन पक्ष और आरोपी पक्ष के अधिवक्ताओं
की दलीलें सुनने के बाद जब अदालत ने
कथूरिया को जेल भेजने का आदेश सुनाया तो वह अदालत में
ही अचेत होकर गिर पड़े, उन्हें अदालत के बाहर
स्टाफ केबिन में टेबल पर लिटाया गया। आरोपी पक्ष के
वकील अनिल खरे ने अदालत से कथूरिया को चिकित्सा
मुहैया कराने की मांग की। इस पर अदालत
ने जेल वारंट के साथ-साथ जेल प्रशासन को कथूरिया को ईलाज कराने
के निर्देश भी जारी किये।
इससे पहले आरोपी के वकील ने अदालत
में दलील दी कि कथूरिया को साजिश के
तहत फंसाया गया है तथा जो रकम और सोना जब्त किया गया है
वह लोकायुक्त ने उनके हाथ से नहीं बल्कि उनके
आवास के परिसर से बरामद की है। उन्होंने यह
भी कहा कि चूंकि कथूरिया आयुक्त पद पर रहते हुए
शहर के हित में कड़े निर्णय लेते रहे हैं, इससे कुछ लोगों को
तकलीफ हो रही थी।
दूसरी ओर अभियोजन पक्ष के वकील ने
कहा कि मामला गंभीर है तथा आरोपी
प्रभावशाली है और जमानत मिलने पर वह जांच को
प्रभावित कर सकता है, लिहाजा जमानत देना उचित नहीं
होगा।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत
ने कथूरिया को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। :भाषा: विशेष अदालत ने आज सतना नगर
निगम के निलम्बित आयुक्त सुरेन्द्र कुमार कथूरिया को 13 जुलाई
तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। कथूरिया को लोकायुक्त
पुलिस ने पिछले दिनों एक डाक्टर दम्पति से [8377]12 लाख और
[8377]10 लाख के सोने की रिश्वत लेने के आरोप में
गिरफ्तार किया था।
विशेष न्यायाधीश देवनारायण शुक्ला की
अदालत में आज कथूरिया को पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 13
जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दे दिया।
अभियोजन पक्ष और आरोपी पक्ष के अधिवक्ताओं
की दलीलें सुनने के बाद जब अदालत ने
कथूरिया को जेल भेजने का आदेश सुनाया तो वह अदालत में
ही अचेत होकर गिर पड़े, उन्हें अदालत के बाहर
स्टाफ केबिन में टेबल पर लिटाया गया। आरोपी पक्ष के
वकील अनिल खरे ने अदालत से कथूरिया को चिकित्सा
मुहैया कराने की मांग की। इस पर अदालत
ने जेल वारंट के साथ-साथ जेल प्रशासन को कथूरिया को ईलाज कराने
के निर्देश भी जारी किये।
इससे पहले आरोपी के वकील ने अदालत
में दलील दी कि कथूरिया को साजिश के
तहत फंसाया गया है तथा जो रकम और सोना जब्त किया गया है
वह लोकायुक्त ने उनके हाथ से नहीं बल्कि उनके
आवास के परिसर से बरामद की है। उन्होंने यह
भी कहा कि चूंकि कथूरिया आयुक्त पद पर रहते हुए
शहर के हित में कड़े निर्णय लेते रहे हैं, इससे कुछ लोगों को
तकलीफ हो रही थी।
दूसरी ओर अभियोजन पक्ष के वकील ने
कहा कि मामला गंभीर है तथा आरोपी
प्रभावशाली है और जमानत मिलने पर वह जांच को
प्रभावित कर सकता है, लिहाजा जमानत देना उचित नहीं
होगा।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत
ने कथूरिया को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।
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