देहरादून:-पुलिस ने एटीएम क्लोनिंग से रकम
उड़ाकर साइबर कहर बरपाने वाले सरगना रामबीर
की प्रेमिका अनिल कुमारी को रोहतक से
गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से नगदी के अलावा
क्लोनिंग किए कार्ड आदि कागजात बरामद हुए हैं।
पुलिस के अनुसार अनिल कुमारी रामबीर के
साथ लिव इन रिलेशन में रहकर गोरखधंधे में सहयोग
करती थी। पुलिस ने जमीन
सौदेबाजी में पेशगी में दिए गए 15 लाख
के अलावा एक लाख रुपये और खाते में सीज कराए
हैं। इस तरह बरामदगी का आंकड़ा 52 लाख 32
हजार तक पहुंच गया है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था राम सिंह
मीणा ने बताया कि देहरादून के एटीएम से
डाटा चोरी कर जयपुर से रकम उड़ाने वाले साइबर
क्रिमिनल्स गैंग से जुड़ी युवती अनिल
कुमारी निवासी गुहाना सोनीपत
को रोहतक के तीन सेक्टर से गिरफ्तार किया गया है।
उसके पास से दो लाख 32 हजार की
नगदी के अलावा चार क्लोन कार्ड, रामबीर
की दो चेक बुक, घटना में प्रयुक्त हरियाणा नंबर
की कार के कागजात, रामबीर
की शर्ट और टोपी बरामद हुई है। इसके
अलावा जमीन खरीदने को दी
गई 15 लाख रुपये की अग्रिम धनराशि भी
बरामद हुई है।
अनिल कुमारी द्वारा खाते में डाली गई एक
लाख की रकम सीज करा दी
गई है। अपर पुलिस महानिदेशक मीणा के अनुसार
अनिल कुमारी गिरोह के सरगना रामबीर के
साथ करीब दो साल से रह रही
थी।
रामबीर के साथ दिल्ली, जयपुर, हिमाचल
आदि शहरों में साथ रहने की बात सामने आई है।
अनिल कुमारी एटीएम क्लोनिंग के
गोरखधंधे में रामबीर का सहयोग करती
थी।
मीणा के मुताबिक भरतपुर और दोसा में
एटीएम क्लोनिंग के एक युवती
की उपस्थिति देखी गई है, उसके फुटेज
से भी अनिल कुमारी का मिलान कराया जा
रहा है। आरोपी अनिल कुमारी को शुक्रवार
को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सरगना रामबीर समेत तीन फरार
साइबर क्राइम का सरगना रामबीर और उसके दो
साथी जगमोहन और सुदेश अभी पुलिस
गिरफ्त से कोसों दूर है। परिजनों पर दबाव की
नीति भी पुलिस के काम नहीं
आ सकी है। एसटीएफ के
एएसपी अजय सिंह पुलिस टीम के साथ
वापस आ गए हैं। वहीं एसएसपी
एसटीएफ रिधिम अग्रवाल का कहना है कि कई
टीमें उनकी तलाश में जुटी
हैं। उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।
राजस्थान में 50 खातों से उड़ाई रकम
साइबर क्रिमिनल्स ने राजस्थान के भरतपुर आदि हिस्सों में 50 से
अधिक खातों से रकम उड़ाई है। एसटीएफ
की एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने बताया कि
देहरादून के खातों से उड़ाई गई 30 लाख रुपये से अधिक
की जो राशि बरामद हुई है, वह संभवत: राजस्थान
और दिल्ली के खातों से उड़ाई गई है। राजस्थान और
दिल्ली पुलिस को इस मामले में रिपोर्ट
भेजी जा रही है, ताकि वह
भी अपनी कार्रवाई कर सके।
अनिल कुमारी की आईडी
पर सिम
रामबीर से जुड़ने के बाद अनिल कुमारी गैंग
के सदस्यों को जरूरी सामान उपलब्ध
कराती थी। घटना में प्रयुक्त होने वाले
मोबाइल सिम अनिल कुमारी की
आईडी पर लिए हैं। वारदात के बाद हाथ आने
वाली धनराशि का सेटेलमेंट भी अनिल
कुमारी के द्वारा किया जाता था।
बिना गार्ड वाले एटीएम पर फोकस
साइबर क्रिमिनल्स का फोकस बिना गार्ड वाले एटीएम
पर रहता है। डिवाइस लगाने के बाद यह लोग आसपास के
एटीएम को क ई तरीकों से खराब कर देते
थे। ताकि लोग उसी एटीएम से कैश
निकालेें। वह एक राज्य से डाटा चोरी कर रकम दूसरे
राज्य से रकम निकालते थे। इस धनराशि से यह लोग
जमीन की खरीद फरोख्त के
अलावा नए-नए वाहन खरीदते थे।
परिवार ने किया अनिल के प्रेमी के कत्ल
पुलिस पूछताछ में आया है कि अनिल कुमारी ने आर्य
समाज मंदिर दिल्ली में धीरेन्द्र नाम के
युवक से शादी की थी। इसका
परिजनों ने विरोध किया था। बाद में धीरेन्द्र को बहाने से
बुलाकर मार दिया गया। इस मामले में अनिल के पिता, दो नाबालिग भाई
और भतीजा जेल गया था। पिता की जेल
में ही मौत हो गई थी।
पैरोकारी करने के कारण अनिल कुमारी दो
साल तक नारी निकेतन नई दिल्ली में
रही। इसके बाद मां ने उसे बाहर निकलवाया था।
मुकदमे की पैरोकारी के दौरान वह
रामबीर के संपर्क में आ गई।

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