इस पहल के तहत कोई भी बच्चा या उसके माता पिता, शिक्षक या कोच उसका बायोडाटा या वीडियो पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। खेल मंत्रालय प्रतिभावान खिलाड़ियों को चुनेगा और उन्हें भारतीय खेल प्राधिकरण के केंद्रों में ट्रेनिंग देगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में पोर्टल के लांच का जिक्र किया था।
इस मौके पर नायडू ने कहा कि बुनियादी ढांचा और ट्रेनिंग सुविधाएं तथा अकादमियों की स्थापना भारत को मजबूत खेल राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण होंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सभी राज्यों में खेलों के लिए अच्छा बुनियादी ढांचा तैयार करने की जरूरत है और कम उम्र से ही खेल प्रतिभाओं को निखारना होगा। हमें देश के प्रत्येक हिस्से में अधिक ट्रेनिंग अकादमियों और कोचिंग केंद्रों की जरूरत है जिससे हमारे युवा पुरुष और महिलाएं खेल सितारे और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनें।’’
Hon'ble Sports Minister Shri @VijayGoelBJP elucidated the positive impact of the National Sports Talent Search Portal. pic.twitter.com/UICSYMuAG1
— Dept of Sports MYAS (@IndiaSports) August 28, 2017
नायडू ने कहा, ‘‘टीम खेल के रूप में क्रिकेट और हाकी के अलावा खेल में हमें अधिकांश सफलता व्यक्तिगत प्रयास और शानदार प्रदर्शन से मिली। इसमें राज्य के प्रोत्साहन और संरक्षण की भूमिका नहीं थी। इसमें बदलाव होना चाहिए। सानिया मिर्जा, पीवी सिंधू, साइना नेहवाल, पीटी ऊषा, मिल्खा सिंह या अभिनव बिंद्रा, इन सभी ने स्वयं सफलता हासिल की और राष्ट्र को इन पर गर्व है।’’ पोर्टल के बारे में नायडू ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय खेल प्रतिभा खोज पोर्टल का मंच बदलाव लाने वाला होगा और युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनने की सुविधा देगा।’’
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